Considerations To Know About वशीकरण मंत्र किसे चाहिए



आप चाहे तो मोहिनी वशीकरण यंत्र का प्रयोग कर सकते है.

लौंग, लौंगा, लौंगा! बैर एक लौंग मेरी आती-पाती

ॐ नमो आदेश गुरु को कामरु देश कामाक्षा देवी तहाँ बैठे इस्माइल जोगी, जोगी के आँगन फूल क्यारी फूल चुन-चुन लावे लोना चमारी फूल चल फूल-फूल बिगसे फूल पर बीर नरसिंह बसे जो नहीं फूल का विष कबहुं न छोड़ें मेरी आस मेरी भक्ति गुरु की शक्ति फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा।

जिसकी भी नजर तिलक पर जाएगी वो मोहन मंत्र के प्रभाव में आ जायेगा. उसके साथ सही आचरण और व्यवहार रखे जिससे की आपका यश लोगो में बढे.

हां, यदि सही विधि और इरादे के साथ किया जाए तो यह प्रभावी हो सकता है।

इसमें विभिन्न यंत्र, तंत्र, और ताबीज का उपयोग किया जाता है.

समय चुनें: मंत्र का उच्चारण करने के लिए शुभ समय चुनें, जैसे ब्रह्ममुहूर्त (सूर्योदय के आसपास), पूर्णिमा या अमावस्या के दिन, या अपनी इच्छा के अनुसार विशेष तिथि।

माता अंजनी का हनुमान। मैं मनाऊं तू कहना मान। पूजा दें, सिन्दूर चढ़ाऊं ‘अमुक’ को रिझाऊं और उसको पाऊँ। यह टीका तेरी शान का। वह आवे, मैं जब लगाऊं। नहीं आवे तो राजा राम की दुहाई। मेरा काम कर नहीं आवे तो अंजनी की सेज पड़।

वशीकरण कई प्रकार के होते है। जैसे; पति पत्नी, प्रेमी प्रेमिका, शत्रु वशीकरण, राज वशीकरण, देवी देवता वशीकरण, प्रेत वशीकरण इत्यादि।

इसे आप एक व्यक्ति, एक ग्रुप या समुदाय विशेष तक सिमित कर सकते है.

ॐ ताल तुम्बरी दह दह दरै झाल झाल आं आं आं हूं हूं हूं हैं हैं हैं काल कमानी कोटा कमरिया ॐ ठः ठः।

वशीकरण मंत्र के अलावा, आप अन्य टोटके और उपायों का भी उपयोग कर सकते हैं read more जो वशीकरण में मदद कर सकते हैं। ये उपाय विभिन्न प्रकार के हो सकते हैं, जैसे कि यंत्र, धार्मिक प्रयोग, धूप, दीपक, रत्न, या धारण किए जाने वाले वस्त्र। आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आप इन उपायों को सही ढंग से और संबंधित विधि का पालन करते हुए कर रहे हैं।

सही उद्देश्य और विधि से किया गया वशीकरण सुरक्षित होता है, लेकिन गलत तरीके से किया गया प्रयोग नुकसानदायक हो सकता है।

वशीकरण मंत्रों के नामित्व पर भी विभिन्न मत हैं। कुछ लोग उन्हें प्राकृतिक और वैज्ञानिक शक्तियों का एक रूप मानते हैं और इनका उपयोग सावधानीपूर्वक करते हैं। वे इन मंत्रों को सिद्ध करने के विभिन्न विधानों और प्रयोगों का पालन करते हैं। दूसरे लोग इन मंत्रों को अंधविश्वास और मिथ्या मानते हैं और इनका उपयोग अनैतिक और अन्यायसंगत समझते हैं।

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